भिवानी. निजामुद्दीन में 36 घंटे लंबे ऑपरेशन के बाद बुधवार तड़के तबलीगी जमात का मरकज खाली करा लिया गया। यहां से 2,361 लाेग निकाले गए हैं। इनमें से 617 अस्पतालाें में भर्ती हैं। राज्य के स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री अनिल विज ने बताया है कि तबलीगी जमात के मरकज में शामिल होने वाले 544 हरियाणा में प्रवेश कर चुके हैं। इनमें से 523 को कोरेंटाइन किया गया है। राज्य में आने वालों में 89 विदेशी हैं। हरियाणा के सात जिलों समेत देश भर में मरकज के कार्यक्रम में शामिल हाेने के बाद फैले लाेगाें काे ढूंढने के लिए सभी राज्याें में युद्ध स्तर पर अभियान चल रहा है।
नूंह में ठहरे 5 विदेशी और 14 भारतीय पुलिस के पहुंचने से पहले ही यहां से निकल गए। हरियाणा में सबसे ज्यादा 385 लोग नूंह में ही पहुंचे हैं। इसके बाद 62 लोग पानीपत पहुंचे। 36 लोग अम्बाला आए हैं। राज्य में 24 घंटे में कोई भी पॉजिटिव केस नहीं आया है। देश में बुधवार काे मिले 353 नए मरीजाें में से 209 मरकज से ही देश के विभिन्न हिस्साें में गए थे। अब तक कुल 330 काेराेना संक्रमिताें की ट्रैवल हिस्ट्री मरकज से जुड़ चुकी है।
बुधवार काे 10 राज्याें में तीन हजार से अधिक लाेगाें काे ढूंढ़कर क्वारेंटाइन किया गया। इसी बीच, अल्पसंख्यक मामलाें के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इस घटना काे तब्लीगी जमात का तालिबानी अपराध बताया है। कहा कि यह जानबूझकर किया गया अपराध है। लाॅकडाउन ताेड़ने वालाें काे बख्शा नहीं जाना चाहिए।’ दूसरी तरफ, केंद्र सरकार के काउंसिल एडवाेकेट गाैरंग कांत ने दिल्ली हाई काेर्ट काे पत्र लिखकर उन अधिकारियाें पर कार्रवाई की मांग की है, जाे मरकज का अायाेजन राेकने में नाकाम रहे।
एक ही दिन में 365 विदेशी सामने आए
365 लोग एक दिन में विदेश से और आए हैं। जबकि कोरोना पीड़ितों के संपर्क में रहने का कोई मामला नहीं आया है। सर्विलांस पर आने वालों की संख्या 371 बढ़ी है। जबकि 24 लोग और अस्पताल में भर्ती किए गए हैं।